कभी घर की दहलीज तक सीमित रहने के बाद 'ड्रोन दीदी' को मिली पहचान; अब अंजना यादव दिल्ली के स्वतंत्रता दिवस समारोह में हिस्सा लेंगी

PIONEER INDIA NEWS HARYANA : अंजना ने बचत समूहों के माध्यम से अपना नाम बनाया है और अब उन्हें दिल्ली से फोन आता है। वह 15 अगस्त को दिल्ली में स्वतंत्रता दिवस समारोह में शामिल होंगी और गवाह बनेंगी। आयोजन को लेकर अंजना के चेहरे पर बेहद खुशी है, जो इसके लिए की गई कड़ी मेहनत और लोगों के सहयोग को बयां कर रही है।

एक खास इंटरव्यू में उन्होंने कहा कि उन्होंने काफी संघर्ष किया है. पहले उनके पति को नौकरी न होने के कारण दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा था, लेकिन धीरे-धीरे कड़ी मेहनत और लगन से सारी मुश्किलें खत्म हो गईं और आज वह सभी के सहयोग से सफल हैं। उन्होंने कहा कि आज महिलाएं केवल घर तक ही सीमित रह गई हैं। मेरी उन्हें सलाह है कि आगे आएं और अपनी पहचान बनाएं। सरकार महिलाओं के लिए अच्छी योजनाएं चला रही है।

अंजना के पति श्याम कुमार यादव प्राथमिक विद्यालय में सरकारी शिक्षक हैं. अंजना को दिल्ली से फोन आने के बाद परिवार में खुशी का माहौल है। इसके साथ ही समूह की सैकड़ों महिलाओं में से एकमात्र अंजना का चयन होने से परिवार काफी खुश है.
अंजना यादव को सरकार की ओर से ड्रोन, ई-रिक्शा, जनरेटर के साथ-साथ दवा छिड़कने की अत्याधुनिक मशीनें भी मिली हैं. उन्हें यह पूरा सेट मुफ्त में मिला, जिसकी मदद से वह किसानों के खेतों में स्प्रे कर मुनाफा कमाती हैं। इस काम से किसानों को भी फायदा होता है. इसके साथ ही अंजना एक सफल महिला बन गई हैं और उन्होंने अपने समूह की अन्य महिलाओं को भी सशक्त बनाया है.

अमेठी जिले के शुकुल बाजार ब्लॉक के ग्यासपुर गांव की रहने वाली अंजना यादव ने एमए तक पढ़ाई की है। अंजना ने इफको सेंटर से अनायास ही अपना नाम भर लिया था और जब उनका साक्षात्कार हुआ तो वह ड्रोन दीदी श्रृंखला में शामिल होने वाले सैकड़ों लोगों के बीच अकेली थीं। इसके बाद अंजना को प्रयागराज जिले के फूलपुर भेजा गया, जहां अंजना यादव को दो चरणों में प्रशिक्षित किया गया और वे इस क्षेत्र में निपुण हो गईं। देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी इसी साल 11 मार्च को मेहनती अंजना से बातचीत की थी और उनके काम की सराहना करते हुए उन्हें सम्मानित किया था.
