Apple-1: ₹2.5 करोड़ से ज्यादा में बिका Apple का यह कंप्यूटर, जानिए इसकी खूबियां

PIONEER INDIA NEWS HARYANA : आपने दुनिया भर में बहुत महंगे कंप्यूटरों के बारे में सुना होगा और उनकी कीमत सुनकर आप हैरान भी हो गए होंगे। आज इस आर्टिकल में हम आपको एक ऐसे ही महंगे कंप्यूटर के बारे में बताने जा रहे हैं, जो ना सिर्फ एक दुर्लभ कंप्यूटर है बल्कि बेहद महंगा भी है।

दरअसल, हाल ही में एक दुर्लभ एप्पल कंप्यूटर की नीलामी की गई, जहां इसकी कीमत 2.5 करोड़ रुपये से ज्यादा रही। आइये आपको इस कंप्यूटर के बारे में बताते हैं.
एप्पल का पहला कंप्यूटर
इस कंप्यूटर का नाम Apple-1 मॉडल है, जिसे 1976 में स्टीव जॉब्स और स्टीव वोज्नियाक ने बनाया था। इस कंप्यूटर को इतनी महंगी नीलामी और कीमत पर बेचे जाने के कई कारण हैं। यह कंप्यूटर एप्पल के शुरुआती दिनों का प्रतीक है. इसे स्टीव जॉब्स और स्टीव वोज्नियाक ने मिलकर बनाया था। यह Apple का पहला कंप्यूटर था, जिसे कंपनी ने बेचना शुरू किया। इसी समय एप्पल कंपनी को पहचान मिलनी शुरू हुई।

उस समय इस पहले Apple कंप्यूटर की केवल 200 इकाइयाँ ही बनाई गई थीं। इन 200 कंप्यूटरों में से अधिकांश अब या तो खराब हो गए हैं या खो गए हैं। यही कारण है कि दुनिया में Apple-1 कंप्यूटर की शेष सभी इकाइयाँ अत्यंत दुर्लभ और मूल्यवान हैं। यह कंप्यूटर दुनिया को कंप्यूटर और एप्पल कंपनी का इतिहास दिखाता है।

डाना रेडिंगटन के पास एप्पल-1 था
इस खास Apple-1 कंप्यूटर की कहानी और भी दिलचस्प है. कंप्यूटर का स्वामित्व एप्पल के पहले एप्लिकेशन इंजीनियर डाना रेडिंगटन के पास था। यह कंप्यूटर उन्हें 1978 में स्टीव जॉब्स और स्टीव वोज्नियाक ने दिया था। कंप्यूटर की हाल ही में नीलामी की गई, जिसमें 3 लाख डॉलर से अधिक की बोली लगी और अंत में यह 3,15,914 डॉलर (लगभग 2.5 करोड़ रुपये) में बिका।

इस कंप्यूटर की विशेषताएँ
यह Apple-1 कंप्यूटर पूरी तरह से चालू हालत में पेश किया गया था। इसमें इसके संचालन के लिए आवश्यक सभी आवश्यक घटक और उपकरण शामिल हैं। इसके अतिरिक्त, इस कंप्यूटर का बोर्ड 'अनदेखा' था, जिसका अर्थ है कि इसे Apple संग्रहण समुदाय के सामने पहले कभी पेश नहीं किया गया था। अब इसे Apple-1 रजिस्ट्री में #104 के रूप में सूचीबद्ध किया गया है।
अन्य दुर्लभ वस्तुओं की नीलामी
इस नीलामी में सिर्फ एप्पल-1 ही नहीं बल्कि कई अन्य दुर्लभ वस्तुएं भी शामिल थीं। इसमें एक Apple लिसा-1 कंप्यूटर, स्टीव जॉब्स द्वारा हस्ताक्षरित एक चेक और Apple-1 प्रोटोटाइप की तीन पोलरॉइड तस्वीरें शामिल थीं। ये सभी चीजें कुल 983,096 डॉलर यानी 8.25 करोड़ रुपये से ज्यादा में नीलाम हुईं।