मुकेश अंबानी ने तोड़ा चीन का घमंड, ड्रैगन को किया आजाद, Jio बनी दुनिया की सबसे बड़ी मोबाइल कंपनी
PIONEER INDIA NEWS HARYANA : मुकेश अंबानी ने चीन का घमंड चूर-चूर कर दिया है. सबसे बड़ा मोबाइल बाजार होने का दावा करने वाले चीन पर जियो ने कब्ज़ा कर लिया है। मोबाइल की मैन्युफैक्चरिंग से लेकर उसके इस्तेमाल और डेटा के इस्तेमाल में भारत ड्रैगन को मात दे रहा है। इसका साफ मतलब है कि भारत एक उभरता हुआ मोबाइल बाजार है, जहां विकास की अधिक संभावनाएं हैं। आंकड़े इसकी गवाही देते हैं. रिपोर्ट के मुताबिक, रिलायंस जियो दुनिया भर में डेटा इस्तेमाल के मामले में चीनी कंपनियों को पछाड़कर सबसे बड़ी कंपनी बनकर उभरी है।
रिलायंस जियो के जून तिमाही के नतीजों के मुताबिक, तिमाही के दौरान जियो नेटवर्क पर डेटा उपयोग बढ़कर 44 एक्साबाइट या 4400 करोड़ जीबी हो गया, जो पिछले साल की तुलना में लगभग 33 प्रतिशत अधिक है। यह पहली बार है कि देश के किसी टेलीकॉम नेटवर्क पर औसत डेटा उपयोग प्रतिदिन 1 जीबी से अधिक हो गया है। Jio 5G नेटवर्क का यूजर बेस करीब 13 करोड़ है। फिलहाल Jio 5G नेटवर्क पूरी तरह से फ्री है। इसका मतलब है कि आपको Jio 5G डेटा का उपयोग करने के लिए कोई शुल्क नहीं देना होगा।
ग्लोबल एनालिटिक्स फर्म Tefficiectnt की एक रिपोर्ट के अनुसार, Jio नेटवर्क का कुल डेटा उपयोग 40.9 एक्साबाइट्स था, जबकि इसी अवधि के दौरान चाइना मोबाइल का डेटा उपयोग 38 एक्साबाइट्स था। अगर जियो की बात करें तो जियो के पास दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा 5G यूजरबेस है। जिसके करीब 10 करोड़ यूजर्स हैं। Jio के कुल डेटा उपयोग में 5G की हिस्सेदारी लगभग 28 प्रतिशत है।
5G सब्सक्राइबर्स की बात करें तो चीन के बाद Jio के पास सबसे ज्यादा 5G यूजर्स हैं। हालाँकि, फिलहाल 5G सेवा मुफ़्त है। ऐसे में 5G रिचार्ज प्लान लॉन्च होने पर 5G और 4G यूजर्स अलग-अलग हो सकते हैं। इसका मतलब है कि आप दोनों में से कोई भी रिचार्ज कर सकते हैं। फिलहाल 5G सर्विस फ्री है. ऐसे में जियो यूजर्स 4जी के साथ 5जी सर्विस का भी लुत्फ उठा रहे हैं। जियो के करीब 49 करोड़ यूजर्स हैं। पिछले एक साल में जियो से करीब 4 करोड़ नए यूजर्स जुड़े हैं।
रिलायंस जियो इन्फोकॉम के चेयरमैन आकाश अंबानी के मुताबिक, जियो सस्ते इंटरनेट की रीढ़ है। Jio नए प्रीपेड प्लान, 5G और AI सेक्टर को बढ़ावा देगा। कंपनी ने अच्छे नेटवर्क कवरेज पर जोर दिया. इसमें जियो को मार्केट लीडर बनाने की दिशा में काम करने पर भी जोर दिया गया।