2024 हज यात्रा के लिए आवेदन शुरू? यात्रियों के लिए बदल गए ये नियम, जरूरी होंगे ये दस्तावेज

PIONEER INDIA NEWS HARYANA : हज कमेटी ने हज यात्रा 2025 की तैयारियां शुरू कर दी हैं. उम्मीद है कि इसी माह से हज के लिए आवेदन शुरू हो जायेंगे. आवेदन करते समय हर हज यात्री के पास पासपोर्ट होना अनिवार्य है। पासपोर्ट की वैधता कम से कम 15 जनवरी 2026 होनी चाहिए। बिहार में हज यात्रियों के लिए हज परिचालन गया और कोलकाता हवाई अड्डे से होता है। हज पर जाने से पहले तीर्थयात्रियों को पासपोर्ट, पुलिस वेरिफिकेशन, मेडिकल फिटनेस सर्टिफिकेट समेत कई जरूरी काम करने होते हैं।

इस समय 70 साल से अधिक उम्र के यात्रियों को एक अटेंडेंट रखने की सुविधा दी गई थी. हालांकि, 65 वर्ष से अधिक उम्र के लोगों को अगले साल हज के लिए एक परिचारक ले जाने की अनुमति दी गई है। गया एयरपोर्ट से इस बार करीब 980 यात्रियों को हज के लिए भेजा गया और यह कार्रवाई एक सप्ताह तक चली. हज पर जाने वाले यात्रियों की वापसी भी गया एयरपोर्ट से ही हुई. अगले साल भी बिहार के तीर्थयात्रियों के लिए हज का संचालन गया एयरपोर्ट के अलावा कोलकाता एयरपोर्ट से किया जाएगा।

आवेदन करने से पहले दस्तावेज अनिवार्य हैं, इस संबंध में जानकारी देते हुए बिहार राज्य हज समिति के मुख्य कार्यकारी अधिकारी मो. हज 2025 की घोषणा जल्द ही होने वाली है और इसकी घोषणा इसी महीने होने की उम्मीद है. इसके बाद हज के लिए आवेदन प्रक्रिया शुरू हो जाएगी. आवेदन करने से पहले प्रत्येक यात्री के पास अंतरराष्ट्रीय पासपोर्ट होना अनिवार्य है। हालांकि, हज पर जाने के इच्छुक लोगों को हज कमेटी की ओर से पासपोर्ट बनवाने की सलाह दी जा रही है। इसके लिए उन्हें क्षेत्रीय पासपोर्ट कार्यालय से भी पूरा सहयोग मिलता है। पासपोर्ट कार्यालय में अलग से काउंटर खोलकर उनके पासपोर्ट प्राथमिकता से बनाए जाते हैं।

जिला स्तर पर सुविधा उपलब्ध है,
इस प्रकार, यात्रियों को पासपोर्ट के अलावा पुलिस सत्यापन में भी सहायता मिलती है। प्रत्येक जिले में जिला अल्पसंख्यक अधिकारी को हज समिति का नोडल अधिकारी बनाया गया है। वे जिला स्तर पर हज यात्रियों को आवश्यक सुविधाएं प्रदान करते हैं। इसके अलावा प्रत्येक जिले के अल्पसंख्यक कल्याण कार्यालय में हज कमेटी का एक सहायता केंद्र खोला गया है, जहां जिले भर के हज यात्री सहायता प्राप्त कर सकते हैं. इसके साथ ही प्रत्येक हज यात्री को एक स्वास्थ्य प्रमाण पत्र भी जमा करना होता है और इसके लिए स्वास्थ्य विभाग सभी तीर्थयात्रियों की मेडिकल फिटनेस जांच के लिए एक शिविर का आयोजन करता है।
