सोनबरसा प्रखंड में बांके नदी पर बना पुल टूटा, 50 हजार से ज्यादा लोग प्रभावित, मुख्यालय से संपर्क टूटा

PIONEER INDIA NEWS HARYANA : सभी राज्यों से भारी बारिश की तस्वीर सामने आ रही है. बिहार के सीतामढी जिले के सोनबरसा से भी एक खबर सामने आई है. जहां 50 हजार से अधिक की आबादी वाली 30 साल पुरानी पुलिया दरारों से प्रभावित है। ग्रामीणों ने बताया कि तीन जुलाई को नदी में बाढ़ आ गयी और अचानक तेज बहाव के कारण पुल ध्वस्त हो गया. यह पूरी घटना प्रखंड क्षेत्र के इंद्रवा पंचायत के पुरंदाहा राजबाड़ा पूरब से दलकवा गांव तक जाने वाली मुख्य सड़क पर घटी. अधवारा समूह में बांके नदी पर बनी पुलिया के टूट जाने से इस मार्ग पर यात्रियों को छोड़ छोटे-बड़े वाहनों का आवागमन ठप हो गया है. इससे राहगीरों को काफी परेशानी हो रही है.

दो दर्जन गांवों का संपर्क मुख्यालय से कट गया
इस संबंध में ग्रामीण दिनेश यादव, अशोक झा व अरुण कुमार ने बताया कि यह सड़क भुतही से लोहखर मड़िया होते हुए मुसहरनिया विराट, पुरंदाहा, दलकावा, नरकटिया, इंदरवा होते हुए नेपाल सीमा सहोरबा बाजार तक जाती है. . इस पुल के ध्वस्त होने से प्रखंड मुख्यालय आने-जाने वाले नागरिकों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. हम आपको बता दें कि यह पुल परिहार प्रखंड समेत कई अन्य जगहों को जिला मुख्यालय से जोड़ता है. इस मार्ग पर प्रतिदिन दो सौ से अधिक छोटे-बड़े वाहन आते-जाते थे. पुल टूटने से सब कुछ बंद है. इस मार्ग से गुजरने वाले करीब 50 हजार नागरिक प्रभावित हुए हैं.

यह पुल 30 साल पुराना है
बीडीओ सत्येन्द्र कुमार यादव को बताया. कुछ दिन पहले इस पुल का फुटपाथ ढह गया था. जल्द ही वैकल्पिक व्यवस्था की जायेगी. हाल ही में आई बाढ़ में पानी के तेज बहाव के कारण इस पुल का एक पाया पहले ही ढह चुका है. इसके बाद कोई पहल नहीं होने पर शुक्रवार की शाम क्षतिग्रस्त पुल ध्वस्त हो गया। जानकारी के लिए बोर्ड भी लगे हैं। तीन जुलाई को नदी में अचानक तेज बहाव के कारण पुल की नींव ढह गयी. उस समय इलाके में लगातार बारिश हो रही थी और नेपाल से आ रहे पानी के कारण पुल क्षतिग्रस्त हो गया था. इसके बाद विभाग ने एक बोर्ड लगा दिया कि ''पुल क्षतिग्रस्त हो गया है और भारी वाहन प्रतिबंधित हैं.''
