बस मालिक जल्द से जल्द अपना फिटनेस अपडेट करा लें, नहीं तो परमिट रद्द हो जाएगा, इतनी बसें निशाने पर हैं।
PIONEER INDIA NEWS HARYANA : उत्तर बिहार के बस चालकों और उनके मालिकों के लिए यह खबर बेहद अहम है. लेकिन अब क्षेत्रीय परिवहन प्राधिकरण इस पर कार्रवाई शुरू करने जा रहा है. दरअसल, रिपोर्ट के मुताबिक उत्तर बिहार में 221 फिटनेस फेल बसें चल रही हैं. इससे वाहन में बैठे यात्रियों को परेशानी हो रही है. जब कोई ऐसी बस में यात्रा करता है तो सफर की शुरुआत से लेकर अंत तक यात्री की जान बस में ही फंसी रहती है। इसके अलावा इन बसों ने अन्य वाहनों के लिए भी खतरा पैदा कर दिया है। इसे देखते हुए क्षेत्रीय परिवहन प्राधिकरण ने अनफिट बसों को बंद करने की कार्रवाई शुरू कर दी है।
प्राधिकार के अध्यक्ष व तिरहुत प्रमंडल के आयुक्त गोपाल मीणा ने प्रमंडल के सभी डीटीओ को प्रतिदिन बसों का निरीक्षण कर कार्रवाई करने का निर्देश दिया है. बस मालिकों को 10 से 15 दिनों के अंदर फिटनेस और अन्य दस्तावेज अपडेट करने का निर्देश दिया गया है. अगर बस मालिक निर्देशों का पालन नहीं करेंगे तो बस का लाइसेंस रद्द कर दिया जायेगा. इस जानकारी के मुताबिक, जून महीने में क्षेत्रीय परिवहन प्राधिकरण ने 78 बसों के लाइसेंस रद्द कर दिए थे और उनके चलने पर रोक लगा दी थी. साथ ही जिलों के डीटीओ को भी इसके लिए निर्देश दिये गये हैं.
क्षेत्रीय परिवहन प्राधिकरण ने बसों के लिए न्यूनतम गति सीमा तय कर दी है। सामान्य बसें कम से कम 20 किमी प्रति घंटा चल सकती हैं। मुख्यमंत्री प्रखंड परिवहन योजना के तहत चलने वाली बसों की न्यूनतम गति सीमा 10 किमी प्रति घंटा निर्धारित की गयी है. अथॉरिटी के पास शिकायतें आ रही हैं कि ज्यादा सवारियां बिठाने के लिए बसें बेहद धीमी गति से चलाई जा रही हैं।