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desi daru ke nuksan: esi daru पीने के क्या है फायदे और नुकसान, 99 प्रतिशत लोग नहीं जानते ये बात

 अधिकतर शराब पीने वाले देशी दारू पीना अच्छा समझते है लेकिन ऐसा है नहीं। रिपोर्ट के मुताबिक देशी दारू हमारे शरीर में जाकर बहुत नुकसान पहुंचाने का काम करती है। आइए जानते है देशी दारू पीने से हमारे शरीर में होने वाले नुकसानों के बारे में विस्तार से 
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 desi daru ke nuksan: esi daru पीने के क्या है फायदे और नुकसान, 99 प्रतिशत लोग नहीं जानते ये बात
 

Pioneer indiya Haryana:डिजिटल डेस्क नई दिल्ली, भारत में शराब पीने वालों की संख्या करोड़ों में हैं. इनमें वे लोग भी शामिल हैं जो ग्रामीण इलाकों में कच्ची शराब और जहरीली शराब का भी सेवन करते हैं. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक जहरीली शराब पीने से भारत में हर साल औसतन 1200 लोगों की मौत होती है. जहरीली शराब पीने की वजह से मारे जाने वाले लोगों की ये संख्या शासन-प्रशासन के साथ-साथ आम लोगों के लिए भी काफी चिंताजनक है.

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जहरीली शराब का सच जानने के लिए आपको ये जानना बहुत जरूरी है कि साधारण कच्ची शराब या देसी शराब बहुत खतरनाक नहीं होती लेकिन इसे ज्यादा नशीला बनाने के चक्कर में जहरीला बना दिया जाता है.

शराब को अधिक नशीला बनाने के लिए मिलाई जाती हैं ये चीजें बीबीसी हिंदी की एक रिपोर्ट के मुताबिक साधारण देसी शराब गुड़ और शीरे से बनाया जाता है. हालांकि, इसे अधिक नशीला बनाने के लिए इसमें यूरिया और बेसरमबेल की पत्तियां भी मिला दी जाती हैं. साधारण देसी शराब में यूरिया और बेसरमबेल की पत्तियां मिलाने के बाद ये लंबे समय तक ज्यादा नशा करती हैं.

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इसके साथ ही ये जहरीली भी हो जाती है. रिपोर्ट में कहा गया है कि शराब का असर तेज करने के लिए इसमें ऑक्सिटोसिन भी डाल दिया जाता है, जिससे लोगों की मौत हो जाती है.

मौत का सबसे बड़ा कारण बनता है मिथाइल अल्कोहल ऑक्सिटोसिन को लेकर हुई स्टडी में बताया गया है कि ये नपुंसक बनाने के साथ-साथ नर्वस सिस्टम को बुरी तरह से प्रभावित कर सकती है. इसके साथ ही, इससे आंखों और पेट में तेज जलन भी हो सकती है. इतना ही नहीं, ये हमेशा के लिए आंखों की रोशनी भी खत्म कर सकती है.

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रिपोर्ट में कहा गया है कि साधारण देसी शराब में यूरिया और ऑक्सिटोसिन जैसी खतरनाक चीजें मिलाने की वजह से वह मिथाइल अल्कोहल बन जाता है, जिससे लोगों की जान जाती है. मिथाइल अल्कोहल को लेकर वैज्ञानिक बताते हैं कि ये शरीर में जाने के बाद काफी तेजी से रिएक्ट करता है. इससे शरीर के कई अंग अपना काम बंद कर देते हैं जिससे मौत हो जाती है.

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जहरीली शराब का सबसे मुख्य लक्षण है अंधापन रिपोर्ट बताती है कि देसी शराब में 95 प्रतिशत तक शुद्ध अल्कोहल होता है, जिसे एथेनॉल कहा जाता है. एथेनॉल मुख्यतः गन्ने के रस, ग्लूकोज, महुआ, आलू, चावल, जौ, मक्का से बनाया जाता है. लेकिन, इसे ज्यादा नशीला बनाने के लिए इसमें मेथनॉल मिला दिया जाता है,


जो मौत का मुख्य कारण बनती है. मेथनॉल मिलाने के बाद ही साधारण एथाइल शराब खतरनाक और जानलेवा मिथाइल शराब बन जाती है. इसे पीने के बाद अंधापन महसूस होता है, जो जहरीली शराब का पहला और सबसे मुख्य लक्षण है.


 

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