इन पत्तों को शोपीस न समझें...हड्डियों को फौलाद, सिर से लेकर पेट तक कई बीमारियों में असरदार

PIONEER INDIA NEWS HARYANA : प्रकृति में एक बेहद खूबसूरत पौधा है, जिसे मोरपंखी या मोरपंखी के नाम से भी जाना जाता है। यह एक गुणकारी पौधा है, जिसे आयुर्वेद महत्वपूर्ण मानता है। इसका वैज्ञानिक नाम एक्टिनोप्टेरिस रेडियेटा है। यह पौधा आमतौर पर चट्टानी इलाकों में पाया जाता है और इसकी पत्तियां मोर पंख की तरह दिखती हैं, इसलिए इसे मोर पंख कहा जाता है।

बोकारो के वरिष्ठ आयुर्वेदिक चिकित्सक डाॅ. राजेश पाठक (एमडी, नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ हेल्थ साइंसेज एंड रिसर्च, नई दिल्ली, और पतंजलि आयुर्वेद के साथ 16 साल, शुद्ध आयुर्वेद के साथ 3 साल) ने लोकल18 को बताया कि मयूर शिखा के पत्ते भरे हुए हैं। इसमें औषधीय गुण हैं. इसके नियमित सेवन से कई बीमारियों से बचा जा सकता है। इसकी पत्तियां कई शारीरिक समस्याओं को दूर करने में भी कारगर हैं।

हड्डियों के लिए फायदेमंद:
डॉक्टरों का कहना है कि आमतौर पर बच्चों और युवाओं को कमजोर हड्डियों की समस्या का सामना करना पड़ता है। ऐसे में मयूरशिखा की पत्तियों को सुखाकर उसका पाउडर बनाकर एक गिलास पानी में 1 से 2 ग्राम शहद या गुड़ के साथ पीने से हड्डियां मजबूत होती हैं और कमजोर हड्डियों के दर्द से राहत मिलती है।

खांसी की समस्या से राहत मिलेगी
मयूर शिखा की पत्तियों में विशेष तत्व होते हैं, जो बालों को जड़ों से मजबूत बनाने में मदद करते हैं। बालों को उचित पोषण मिलता है। मयूरशिखा की एक से दो पत्तियों को नारियल या सरसों के तेल में मिलाकर गर्म और ठंडा करके बालों में मालिश करने से बालों का झड़ना ठीक हो जाता है।

बालों के विकास को बढ़ावा देने में प्रभावी
मयूरशिखा के पत्तों के रस का सेवन करने से पाचन क्रिया मजबूत होती है। इससे अपच, गैस और एसिडिटी जैसी समस्याएं दूर हो जाती हैं। इसके लिए मयूरशिखा की एक से दो पत्तियों को पानी में उबालकर काढ़ा तैयार कर लें। इसे रोज सुबह-शाम पीने से पाचन संबंधी समस्याओं से राहत मिलती है।
मयूरशिखा का उपयोग रक्त को शुद्ध करने के लिए भी किया जाता है। यह शरीर से विषाक्त पदार्थों को बाहर निकालने में मदद करता है। इससे त्वचा में चमक आती है। इसके लिए मयूरशिखा की सूखी पत्तियों को पीसकर पाउडर बना लें और इसमें आधा गिलास गर्म पानी या एक चम्मच शहद मिलाकर पीने से खून साफ होता है।
पाचन में सुधार:
मयूरशिखा के पत्तों के रस का सेवन करने से पाचन क्रिया मजबूत होती है। इससे अपच, गैस और एसिडिटी जैसी समस्याएं दूर हो जाती हैं। इसके लिए मयूरशिखा की एक से दो पत्तियों को पानी में उबालकर काढ़ा तैयार कर लें। इसे रोज सुबह-शाम पीने से पाचन संबंधी समस्याओं से राहत मिलती है।