जयपुर समाचार : आरसीए के भ्रष्ट लोगों के नाम उजागर करें! जाहिर है कि क्रिकेट की जगह घोटाले को तूल दिया गया

PIONEER INDIA NEWS HARYANA : गेम का उद्देश्य लोगों को एक-दूसरे से जोड़ना है। राज्य में क्रिकेट मैदानों के निर्माण और अंतरराष्ट्रीय स्तर के मैचों के आयोजन को लेकर लोग उत्साहित थे. लेकिन कुछ लोगों ने क्रिकेट स्टेडियम और मैच को भ्रष्टाचार का अड्डा बनाने की साजिश रची. अब राजस्थान क्रिकेट एसोसिएशन के भ्रष्ट लोग बेनकाब हो गए हैं. इसमें शामिल लोगों के नाम सामने आने के बाद विभाग में हड़कंप मच गया है. यह बात सामने आ रही है कि सभी आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी.

भ्रष्टाचार के इस खेल में जो नाम सामने आए हैं उनमें आरसीए के पूर्व सचिव भवानी शंकर सामोता भी शामिल हैं. इसके अलावा इस महाभ्रष्टाचार में रामपाल शर्मा और राजेश भड़ाना भी शामिल हैं। उन पर फर्जी कंपनियों के जरिए राजस्थान क्रिकेट एसोसिएशन को बर्बाद करने का आरोप है। साथ ही क्रिकेट की बजाय आरसीए में भ्रष्टाचार पर पिच बनी. ताकि सभी को इसका लाभ मिल सके.

कई मैचों में धांधली हुई है
जांच में कई बातें सामने आई हैं. यह बात सामने आई है कि भारत बनाम न्यूजीलैंड वनडे मैच में भी भ्रष्टाचार का छक्का लगा था. मैच के दौरान कपड़ों का कारोबार करने वाली एक कंपनी को वनडे क्रिकेट से कारोबार की जिम्मेदारी दी गई. इसके अलावा चक दे इंटरप्राइजेज प्राइवेट लिमिटेड से वनडे में करोड़ों रुपये की चोरी हुई थी. मैच के दौरान सड़क बनाने वाली हरदयाल कंस्ट्रक्शन कंपनी को कैटरिंग और टेंट का टेंडर दिया गया। इसलिए इस कंपनी को कैटरिंग और टेंट का कोई अनुभव नहीं था।

आरपीएल में भारी भ्रष्टाचार
जांच रिपोर्ट में यह बात सामने आई है कि आरपीएल प्रोजेक्ट के नाम पर भारी भ्रष्टाचार हुआ है. इसमें 6 कंपनियों के जरिए 25 करोड़ का घोटाला किया गया. इस मैच का टेंडर एक अपंजीकृत कंपनी SPORTS EXCEL को दिया गया था। SPORTS EXCEL को टेंडर देने के लिए फर्जी दस्तावेज तैयार किए गए. एलईडी कार्य के टेंडर में विनायक इंफोटेक कंपनी को भी चूना लगाया गया। अतुल पब्लिसिटी फर्म में टेंडर से भी बड़ा घोटाला किया गया।

आर्किटेक्ट मेहता एंड एसोसिएट्स और बिल्डर मेसर्स संचार इंफ्राटेक ने क्रिकेट पिच के नाम पर भ्रष्टाचार की पिच डिजाइन की थी। चॉम्प स्टेडियम के निर्माण में मेसर्स डीबी प्रोजेक्ट कंपनी का बड़ा घोटाला उजागर हुआ है. कंपनी को बिना बिल दिए करोड़ों रुपये का भुगतान कर दिया गया. इस मामले में आरसीए के पूर्व सचिव भवानी शंकर सामोता समेत रामपाल शर्मा और राजेश भड़ाना के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है. आईपीसी की धारा 409, 419, 420, 467, 468, 201 और 120बी के तहत मामला दर्ज किया गया है. ज्योति नगर थाने में एफआईआर नंबर 224 दर्ज की गई है. आरसीए तदर्थ समिति ने मामला दर्ज कराया है.